हमेशा मुस्कराने वाले
खुश रहें
ये जरुरी तो नहीं...
लाख गम होते हैं
जो छुपा लेते हैं
वो मुस्कान तले
मुस्कराने झूठी हैं
हर उस बार
जब
उसकी आँखे गवाही न दें
खुशियों की
कोई न कोई
गहरा राज होता है
हर मुस्कराते चेहरे का
मगर वो, खुद में ही
पसंद करते हैं मरना
ताकि
कोई उनके ग़मो से
नफ़रत न कर सके
उनका चेहरा कभी -कभी ही
खिलखिलाता है
जब उनके ग़म को
ख़ुशी मिले कोई
हर मुस्कराता चेहरा
खुश हो ...जरुरी तो नही
स्व(c)
श्रवण शुक्ल
खुश रहें
ये जरुरी तो नहीं...
लाख गम होते हैं
जो छुपा लेते हैं
वो मुस्कान तले
मुस्कराने झूठी हैं
हर उस बार
जब
उसकी आँखे गवाही न दें
खुशियों की
कोई न कोई
गहरा राज होता है
हर मुस्कराते चेहरे का
मगर वो, खुद में ही
पसंद करते हैं मरना
ताकि
कोई उनके ग़मो से
नफ़रत न कर सके
उनका चेहरा कभी -कभी ही
खिलखिलाता है
जब उनके ग़म को
ख़ुशी मिले कोई
हर मुस्कराता चेहरा
खुश हो ...जरुरी तो नही
स्व(c)
श्रवण शुक्ल
No comments:
Post a Comment