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Saturday, January 26, 2013

Love is five star!


Afzaal Ahmad Zeeshan
Rabwah, Punjab(Pakistan)
Guest Writer

My Life. She's got a name too!

I love my girl. She means everything to me! :*


Love is five star! Everyone should be thankfull to what they have today. Because maybe tomorrow they won't be able to see all that is in their hands today!

I just wanna say that, I really do love her. Maybe she will never ever understand. Or maybe I will never be able to tell her how much I do love her. Or maybe I will always keeps all stuff hidden from her. But I do love her.

Thats all that I can express to her! Because I have never learnt how to express my feelings. She is making me feel NO-MORE-LONELY but still. Sometime I do feel lonely. When she sends me a kiss. Or when ever she says that she loves me. Or many other moments. Yes, I love her more than anything.

Thursday, January 24, 2013

बोलो धत्त तेरे की by राजीव दीक्षित

नमस्कार को टाटा खाया, नूडल को आंटा !! 
अंग्रेजी के चक्कर में हुआ बडा ही घाटा !! 
बोलो धत्त तेरे की !! 

माताजी को मम्मी खा गयी, पिता को खाया डैड !! 
और दादाजी को ग्रैंडपा खा गये, सोचो कितना बैड !! 

बोलो धत्त तेरे की !! 

गुरुकुल को स्कूल खा गया, गुरु को खाया चेला !!
और सरस्वती की प्रतिमा पर उल्लू मारे ढेला !!
बोलो धत्त तेरे की !!

चौपालों को बियर बार खा गया, रिश्तों को खाया टी.वी. !!
और देख सीरियल लगा लिपिस्टिक बक-बक करती बीबी !!
बोलो धत्त तेरे की !! 

रस्गुल्ले को केक खा गया और दूध पी गया अंडा !!
और दातून को टूथपेस्ट खा गया, छाछ पी गया ठंढा !!
बोलो धत्त तेरे की !! 

परंपरा को कल्चर खा गया, हिंदी को अंग्रेजी !! 
और दूध-दही के बदले चाय पी कर बने हम लेजी !!
बोलो धत्त तेरे की !!


स्वदेशी आन्दोलन के आधुनिक अगुवा राजीव जी की यह कविता बेहद प्रासंगिक है..! उन्हें नमन

Friday, January 18, 2013

ऐ ज़िंदगी, तुझे क्या दूं?


ऐ ज़िंदगी,
तुझे क्या दूं?
मौत का तोहफ़ा
या ज़िंदगी का गम?
चुनना तुझे ही है,
मै तो बस तेरा साया हूं!!

तू ऐसे ही
तड़पाती रह मुझे,
खुशी देकर
रुलाती रह हमें,
तुझे समझना है
अपना हूं या पराया हूं!!

जिनकी कभी
आदत भी नहीं,
उन्ही को
जोड़ दिया हमसे,
कभी सोचा?
तेरे पास क्यों आया हूं!

गलतियां
इतनी हसीं करती है,
रुलाकर फिर
हंसाने की सोचती है?
क्यों ऐसा?
जैसे
तू ही मुझमें समाया है!

ऐ ज़िंदगी
तुझे क्या दूं?
मौत का
या जिंदादिली का नाम?
स्वीकारना
तुझे ही है
तू लाई है
मुझे?
या
मैं खुद तेरे लिए आया हूं?
:स्वरचित(श्रवण शुक्ल"बालमन")
यह पोस्ट आप मेरे ब्लॉग पर भी पढ़ सकते हैं

Wednesday, January 16, 2013

बेटी बचाओ .. Must watch: share on ur wall.....

Must watch share on ur wall..... बेटी बचाओ .. Must watch: share on ur wall.....

Saturday, January 12, 2013

वायब्रंट गुजरात की एक जलक..विरल के साथ


वायब्रंट गुजरात - एक जलक

आज के दिनोमे जहा हिन्दुस्तानको मुसीबतों और समस्योने चारो और से घेर हुआ है तब गुजरात में नरेन्द्र मोदी के शासन तहत हो रहे वेपार विनिमय और विकास की दिशा में बढ़ने वाले कदमो की आहट से एक आम हिंदुस्तानी के दिल में एक आस बंध रही है की पूरा हिन्दिस्तान एक न एक दिन अवश्य ही गुजरात के नक़्शे कदम पर चलेगा। हिंदुस्तान में कही से भी कोई अच्छी खबर नहीं आ रही है - पडोशी मुल्क की दगाबाजी, सरकारी क्षेत्रो के भ्रस्टाचार और घोटाले, नक्शाली हिंसा, सरकार की महेंगी नीतिया और ऐसे में शांत और विकास की दिशा में आगे कदम को देखते हुए रण में पानी के  फव्वारे फुट रहे हो ऐसा लगता है। 


क्या हो रहा है गुजरात वायब्रंट में? किसने क्या कहा? एक नजर डालते है
विश्वमे गुजरात नंबर 1 बिजनेस फ्रेंडली स्टेट बन रहा है। ये वाक्य गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्रभाई मोदी का है। वायब्रंट गुजरात समिट के उद्घाटन में विश्व के बिजनेस मेन्स की उपस्थिति में गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में नरेन्द्र मोदी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की गुजरात का आज चारो और से विकास हो रहा है। गुजरात डेवलपमेंट हब के तौर पर समग्र विश्व की निगाहे गुजरात पर स्थिर है। समग्र विश्व के उद्योगपति आज गुजरात में उद्योग स्थापित करने के लिए उत्सुक है। वे गुजरात के विकासमे सहभागी होने की इच्छा रखते है। गुजरात के विकास दर के बारे में कहेते हुए उन्होंने कहा गुजरात ने कृषि मेन्यु फेक्चर क्षेत्र में 10.9 का विकास दर प्राप्त किया है। भारत विश्व का सबसे बड़ा युवा देश है यही देश की सबसे बड़ी ताकत और क्षमता है। इक्कीसवी सदी भारत की सदी है। जिसमे युवा आदर्श का केंद्र बनेंगे। गुजरात के बहोत से प्रोजेक्ट्स की विश्व के देशो ने प्रशंसा की है। गुजरात का विकास सिर्फ शहरों तक ही सिमित नहीं है। ग्रामीण विस्तरो में भी 24 घंटे बिजली और ब्रोडबेंड सेवाए उपलब्ध है। हजारो उद्योगपति और विभिन्न क्षेत्रो के महानुभावो के बिच गर्व के साथ मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्रभाई मोदी ने गर्व के साथ कहा की गुजरात में सबसे कम बेरोजगारी है। ये कोई गुजरात सरकार का प्रमाण नहीं ये केंद्र सरकारने प्रमाणित किया है की गुजरात सबसे ज्यादा रोजगारी देने वाला राज्य है।
इस समिट में ज्यादा तादात में गुजरात में निवेश करने आगे आनेवाली कम्पनियो के साथ साथ अन्य राज्य, विश्व के अन्य देशो में गुजरात और भारत में निवेशो को आकर्षित करने के प्रयास होंगे। विश्व के अर्थतंत्र में गुजरात आनेवाले भविष्य में कैसी भूमिका अदा करेगा वो ध्यान में रखकर सेमीनार आयोजित होनेवाले है। इस समिट का फॉक्स ज्ञान और कौशल्य की सजेदारी, नई  पहल और लघु, माध्यम और छोटे निवेशो को तकनिकी और निवेश्मे साजेदारी हो उसके लिए है। इसके लिए अबतक दोसो से भी ज्यादा समजोता करार विश्व के शिक्षा संस्थानों के साथ हो चुके है और आगे फॉक्स सेक्टर्स के लिए होनेवाले है।
ओटोमोबाइल उद्योगों में से मारुती सुजुकी के चेरमन आर सी भार्गव और फ्रोड के मेंजिंग डिरेक्टर जोगिन्दरसिंह उपस्थित है। इस व्यापर उद्योग कुम्भ में जानेमाने उद्योग साहसी नारायणमूर्ति और एल एन टी के ऐ एम् नायक और के वि कामथ भी उपस्थित रहे है। जब की विदेशी अतिथियो में से जापान के मंत्री युकिओ एडानो और ब्रिटिश हाई कमिश्नर जेम्स बेवन उपस्थित रहेंगे। पचास हजार भारतीय डेलिगेट्स और दो हजार विदेशी डेलिगेट्स वाय ब्रैंट समिट में हिस्सा लेंगे।
चाइना की कंपनी भी गुजरात में 500 करोड़ का निवेश करेगी। चाइना की ए सी कंपनी के निवेश की तैयारी के  बाद निवेशो का अंक दिन प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है।
एस्सार गृप  के शशि रुयिया गुजरात में 15000 करोड़ का निवेश करेंगे।

श्री नारेद्रभाई मोदी की तारीफे 
इन दिनों में मुख्य मंत्री पर तारीफों की बारिस हो रही है। रतन ताता  ने गुजरात की नरेन्द्र मोदी सरकार की विकास की नीतिओ की सराहना की और कहा की कोई मुर्ख ही होगा जो गुजरात में निवेश करना नहीं चाहेगा। अनिल धीरुभाई अम्बानी के चेरमेन अनिल अम्बानी ने श्री मोदी की सरदार पटेल और गांधीजी के साथ तुलना करते हुए कहा की नरेन्द्र मोदी राजाओ के राजा है। महान, श्रेष्ठ और तेजस्वी गुजरात के विकास के लिए नरेन्द्र मोदी अपना दिमाग और ह्रदय हमेसा खुला रखते है। विकास के लिए वे हरेक के विचारों का सन्मान करते है। तो मुकेश अम्बानी ने भी श्री मोदी और उनकी सरकार की विकास की नीतिओ की प्रसंसा करते हुए कहा की गुजरात और नरेन्द्र मोदी ने देश को एक नई दिशा प्रदान की है। उन्होंने कहा की रिलायंस गुजरात की कंपनी  है और वो एक वैश्विक कंपनी है। गुजरात हमेसा देश का महत्वपूर्ण प्रांत रहा है। ये वो भूमि है जिसने समस्याओ का मजबूती से सामना करके मार्ग बनाते हुए सफलता की सिद्धिया हासिल की है। शशि रुयियाने कहा की अच्छी राजनीती की वजह से बहोत ही अच्छा संचालन हो शकत है। अदानी गृप के गौतम अदानी ने कहा की 5000 करोड़ के निवेश के लिए गृप की तयारी है। ये मुड़ी निवेश बिजनेस में ज्यादा करके बन्दर और नए साहसो के लिए होगा। मुख्यमंत्री की कार्य निति और कठोर परिश्रम के बारेमे उनकी प्रसंसा करते हुए गौतम अदानी ने कहा की नरेन्द्र मोदी चुनाव के दौरान सिर्फ चुनाव का कार्य ही नहीं कर रहे थे वे साथ साथ वायब्रंट गुजरात के आयोजन की तैयारिया भी कर रहे थे। मारुती के चेयरमेन आर सी भार्गव ने कहा की गुजरात उनके दुसरे घर जैसा है। महिंद्रा एंड महिंद्रा गृप के आनंद महिंद्रा ने कहा की गुजरात सच में लाजवाब है। गुजरातियों के व्यंजनों में भी जादू है।

जहा एक और देश और दुनिया के लोग गुजरात और श्री मोदी की तारीफे करते थकते नहीं है वहा देश को हर क्षेत्र से डुबो देने वाली, महेगाई को दिन दो गुनी रात चौगुनी बढाकर हर हिंदुस्तानी के बहेतारिन जीवन के सपने को कुचलने वाली, हर बात में गुजरात को अन्याय करनेवाली, तुष्टिकरण की राजनीती में ग्रस्त और भ्रस्टाचार में डूबी हुई, विश्व के नक़्शे पर भारत और गुजरात की छवि को ख़राब करने के हर संभव प्रायस करनेवाली कोंग्रेस गुजरतिओने चुने हुए मुख्यमंत्री पर दोषारोपण करते हुए उनके गुजरात प्रदेश प्रवक्ता जय्राजसिंह परमराने कहा है की गुजरात की शिक्षा में वायब्रंसी लाने की बाते करने वाले मुख्यमंत्री गुजरात के एक शहर से दुसरे शहर में जाने के लिए हेलिकोप्टर का इस्तमाल कर रहे है मगर उन्होंने कभी गुजरात के आतंरिक ग्रामीण विस्तरो की कभी मुलाकात ली है? वही पुरानी घिसी पिटी और बेतुकी दलीले जो एक ख़ास वर्ग के लिए करते है। सूरत बदल गयी पर सीरत नहीं। 

गुजरात की जनता ने तो तय कर दिया है अब देश की जनता को तय करना है उन्हें किस के साथ रहना है?

विरल त्रिवेदी के ब्लॉग http://viral-trivedi.blogspot.in से साभार 

धर्म परिवर्तन की जगह बेहतर इंसान बनाने का प्रयास करना होगा


मनोज पाठक
स्वामी विवेकानंद के अम्रीका प्रवाश के दौरान एक अमरीकी प्रोफ़ेसर उनसे मिलने पंहुचा और स्वामी जी को प्रणाम कर कहा, ‘स्वामी जी, आप मुझे अपने हिंदू धर्म में दीक्षित करने की कृपा करें।’
इसपर स्वामी जी ने उसे कहा , ‘मैं यहां धर्म प्रचार के लिए आया हूं न कि धर्म परिवर्तन के लिए। मैं अमेरिकी धर्म-प्रचारकों को यह संदेश देने आया हूं कि वे धर्म परिवर्तन के अभियान को बंद कर प्रत्येक धर्म के लोगों को बेहतर इंसान बनाने का प्रयास करें। यही धर्म की सार्थकता है। यही सभी धर्मों का मकसद भी है। हिंदू संस्कृति विश्व बंधुत्व का संदेश देती है, मानवता को सबसे बड़ा धर्म मानती है।’ वह प्रोफेसर उनकी बातों से अभिभूत हो गए और बोले, ‘स्वामी जी, कृपया इस बारे में और विस्तार से कहिए।’

प्रोफेसर की यह बात सुनकर स्वामी जी ने कहा, ‘महाशय, इस पृथ्वी पर सबसे पहले मानव का आगमन हुआ था। उस समय कहीं कोई धर्म, जाति या भाषा न थी। मानव ने अपनी सुविधानुसार अपनी-अपनी भाषाओं, धर्म तथा जाति का निर्माण किया और अपने मुख्य उद्देश्य से भटक गया। यही कारण है कि समाज में तरह-तरह की विसंगतियां आ गई हैं। लोग आपस में विभाजित नजर आते हैं। इसलिए मैं तुम्हें यह कहना चाहता हूं कि तुम अपना धर्म पालन करते हुए अच्छे ईसाई बनो। हर धर्म का सार मानवता के गुणों को विकसित करने में है इसलिए तुम भारत के ऋषियों-मुनियों के शाश्वत संदेशों का लाभ उठाओ और उन्हें अपने जीवन में उतारो।’

Friday, January 11, 2013

पाकिस्तानी करतूतें और जनाक्रोश!


श्रवण शुक्ल: बड़ी मुश्किल से मिलता है यह मौका,
जब देश के लिए लड़ते हुए किसी की जान चली जाए !!श्रधांजलि शहीदों!!
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Shravan Shukla
Mo- 9871283999; 9716687283

अब आते हैं मुद्दे पर: 

एक तरफ पाकिस्तान लगातार भड़काने वाली कार्यवाही कर रहा है तो वहीँ भारतीय भी गुस्से में भरे हुए हैं। इस दौरान फेसबुक पर एक दम अलग-अलग स्टेटस भी देखने को मिले। कहीं कोई शांति की पैमाइश करता नजर आ रहा है तो कोई कह रहा है कि पाकिस्तान से खुले-आम बदला लिया जाए। इसी दौरान कोई युवा इंडियन आर्मी के फेसबुक पेज पर पाकिस्तान के किसी नवुत्साही युवा को अपशब्दों का प्रयोग कर उनकी औकात याद दिला रहा तो वहीं पाकिस्तानी भी इस मामले में कम नजर नहीं आए।

जन और धन की बर्बादी तो दोनों तरफ हुई है लेकिन सबसे ज्यादा आग आम जनता के दिलों में है। इसबीच खबर आ रही है कि आज पाकिस्तान ने भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली बस सेवा पैगाम-ए-अमनको अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा कर दी। यह बस सेवा भारत के जम्मू कश्मीर और पाक अधिकृत आज़ाद कश्मीर के बीच चलती है।

ऐसे में कुछ मजेबर फेसबुक स्टेटस आपके बीच मैं शेयर कर रहा हूं:

१: पाकिस्तान को खत्म करने के लिए परमाणु बम की जरूरत क्या है? हम सिर्फ एक कहावत अगर अप्लाय कर दें तो? वैसे भी दो चार कड़े कदम उठाने की देर है .. पूरा पाकिस्तान बंजर हो जाएगा ..! १ - हम सभी भारत वासी .. बोर्डर पर सु-सु कर दें.. दूसरा पाकिस्तान जाने वाली सदा-नीरा नदियों की धरा मोड दें..! इससे ज्यादा की जरूरत नहीं..! सिर्फ एक बात कहूंगा..! इच्छाशक्ति की घोर कमी है हमारे यहां..वरना चरक-चाणक्य-चंद्रगुप्त तीनों यहीं की पैदाइश हैं

२: इंडियन आर्मी के पेज पर एक मित्र कुछ कहते हैं.(नीचे है) . : सुनकर आश्चर्य हुआ .. हमारे हिन्दुस्तानी दुःख की खड़ी में भी जबरन संभोग करने की हिम्मत रखते हैं....:
Naveid Hodeker: 2 रूपए में दो शोट्स, एक हिना रब्बानी से और एक सरफराज(सरफराज़ नाम के किसी पाकिस्तानी ने गाली दी थी) की मां से!
अब बता बेटा, मन में लड्डू फूटा? 2 रूपए में दो शोट्स !! :P :P

३: बहुत पहले किसी सैन्य अधिकारी ने कहा था , जितना पैसा खर्च करके हम सीमा पर बरसों से पहरेदारी करते आ रहे हैं उसके आधे से भी कम पैसे में पाकिस्तान जैसे देशों को मसल कर रख सकते हैं । अब समय आ गया है जब सामरिक नीतियों पर निर्णायक फ़ैसले व तमाम नियम कायदे खुद सेना को बनाने व लेने दिए जाएं , बहुत हो गया साला दिल्ली वर्सेस लाहौर का ट्वेंटी-ट्वेंटी ...... via अजय कुमार झा

इस बीच मैंने Om Thanvi जी का स्टेटस देखा..! कहते हैं युद्ध में सिर्फ बर्बादी होती है..हिरोशिमा-नागासाकी का हाल देखा है हमने...! लेकिन मुझे लगता है कि हिरोशिमा-नागासाकी से ज्यादा भयावह स्थिति जम्मू-कश्मीर में है.! जहां बलपूर्वक ही सही, शांति कायम की जानी चाहिए.! हम कब तक रंडी-रोना रोते रहेंगे, बलात तरीके से छीनी गई भूमि के लिए? जितनी भूमि पाक के अवैध कब्ज़े में है.. उतनी भूमि में हिरोशिमा-नागासाकी छोडिए, 10 जापान बनाए जा सकते हैं.!

मेरी नजर में एक बार बलात तरीके से हथियाई गई ज़मीन को छीनने के लिए बलात्कारी तरीका ही इस्तेमाल में लाया जाना चाहिए..! बलात्कार पाकिस्तानी महिलाओं का नहीं बल्कि पाकिस्तान की उस झूठी अस्मिता का, जिसका दंभ भरते-भरते वो अक्सर ऐसी कायराना हरकते किया करता है..! कुछ तथाकथित कम्युनिष्टो को तकलीफ हो सकती है लेकिन मैं अपने स्टैंड पर कायम हूँ.!!

Thursday, January 10, 2013

लाल सलाम कितना भयावह है, देखिए तस्वीरें..


ऐसा आतंक , पहले कभी नहीं देखा,
कृपया नक्सलियों का बहिष्कार करें
श्रवण शुक्ल(आज मुझे नफरत हो रही है नक्सलियों से, जवानों के साथ ऐसा बर्ताव? आखिर वो भी तो इंसान हैं न? सिर्फ रोना आ रहा है.. नीचे की तस्वीरों को देखकर)

इन्हें कोई प्यारा कोई
यह आम लोगों की नहीं
सिर्फ सत्ता हासिल करने की लड़ाई लड़ रहे हैं
झारखंड के लातेहार में नक्सलियों से साथ संघर्ष में मारे गए जवानों के पेट से प्रेशर बम मिला है। यह बम जवानों का पोस्टमार्टम किए जाने के दौरान डाक्टरों को मिला। इस बात का खुलासा होने के बाद नक्सलियों के स्याह चेहरे का एक और बदनुमा रंग सामने आ गया है। आज पता चला, लाल सलाम कितना भयावह है

नीचे दो चार तस्वीरें दे रहा हूँ .. इनकी बर्बरता खुद बा खुद समझ में आ जायेगी

अबतक व्यवस्था के खिलाफ लड़ रहे नक्सलियों ने यह घिनौनी हरकत लातेहार में की है। नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 7-10 जवानों के लापता होने की खबर आई थी, जिसके बाद सर्च आपरेशन में इन जवानों के शव मिले।

मैंने इन तस्वीरों से इतर भी
बहुत सारी तस्वीरें देखीं

इतना वीभत्स रूप किसी का
नहीं देखा I Hate ‘Lal Salaam’
नक्सलियों ने जवानों की हत्या करने के बाद उनके पेट को फाड़कर जवानों के पेट में ही बन ट्रांसप्लांट कर दिया था, ताकि जब जवान अपने साथी को ले जाने के लिए आये तो उन सबको समूह में ही रिमोट कंट्रोल द्वारा उड़ाया जा सके।

ऐसी घिनौनी हरकत नक्सलियों द्वारा किए जाने का मामला पहली बार सामने आया है। एक तरफ नक्सली पूरे समाज को अपना अंग मानते हैं तो दूसरी तरफ उन्होंने अपने इस घिनौने रूप का प्रदर्शन किया। नक्सलियों की इस घिनौनी हरकत की तीव्र भर्त्सना हो रही है।

नक्सलियों की कोई भी सूचना मिले
कृपया सुरक्षा बलों को सूचित करें
इस घटना के बाद अब नक्सलियों के लिए आम जन-मानस के मन में घृणा उत्पन्न हो गई है। बातचीत में एक व्यक्ति ने बताया, ‘अबतक नक्सलियों के लिए थोड़ी उम्मीद थी कि वो मानव होंगे, लेकिन अब नफरत हो रही है! आज लाल आतंक का घिनौना चेहरा सामने आया जब मृत जवानों के पेट में नक्सलियों द्वारा बल ट्रांसप्लांट किए जाने की खबर मिली। जवानो को मारकर उनके पेट में बम ट्रांसप्लांट करनावाकई इससे ज्यादा घृणित बात न कभी सुनी न कभी देखी..! जवानों की डेड बॉडी देखकर रोना आ रहा है’।

इन जवानों में कोई अपना भी होगा
ऐसे में नक्सलियों की इस मुहिम का क्या फायदा? जब वो आम जन की समस्याओं के लिए नहीं लड़ रहे अब लगता है कि नक्सलियों को आम लोगों से कोई मतलब नहीं वो सिर्फ सत्ता के लिए ही संघर्ष कर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने घिनौनी करतूतों का भी सहारा लेना शुरू कर दिया है

मैंने इन तस्वीरों से इतर भी बहुत सारी तस्वीरें देखीं इतना वीभत्स रूप किसी का नहीं देखा I Hate ‘Lal Salaam’

Wednesday, January 2, 2013

SHABNAM HASHMI's FIR against Akbaruddin Owaisi


SHABNAM HASHMI
23, CANNING LANE, NEW DELHI-110001
EMAIL: shabnamhashmi@gmail.com
January 2, 2013
Shabnam Hashmi: Social Activist


DCP PARLIAMENT STREET
PARLIAMENT STREET POLICE STATION
NEW DELHI

SUB: REGISTRATION OF CASE UNDER Section 153A
Dear Sir,

I am writing to you to draw your attention to the speech of Mr Akbaruddin Owaisi, given a few days ago. The speech is available on you tube and is being circulated on the facebook extensively.

This highly inflammatory speech made by Mr. Akbaruddin Owaisi of MIM and member of the Andhra Pradesh Legislative Assembly was delivered on December 24, 2012 in Nirmal town of Andhra Pradesh.
The whole speech is highly objectionable, inflammatory against the Hindu religion and against our cultural heritage. It is a strong attack on the values of our constitution, democracy and secular values. Such obnoxious speeches divide society, vitiate peace and lead to conflicts and riots.

I request you to immediately register a case against Mr Akbarudddin Owaisi under section 153 A of the IPC. I request you to take exemplary action in this very serious matter to ensure that such intolerable acts are never repeated again, anywhere by anyone and secure peace and harmony in the country.

This speech falls under this section as it has clearly causing enmity between different groups on grounds of religion and is causing a threat to communal harmony.

Yours sincerely

Shabnam Hashmi
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Indian Penal Code (IPC)
Section 153A. Promoting enmity between different groups on grounds of religion, race, place of birth, residence, language, etc., and doing acts prejudicial to maintenance of harmony

1[153A. Promoting enmity between different groups on grounds of religion, race, place of birth, residence, language, etc., and doing acts prejudicial to maintenance of harmony.—(1) Whoever—

(a) By words, either spoken or written, or by signs or by visible representations or otherwise, promotes or attempts to promote, on grounds of religion, race, place or birth, residence, language, caste or community or any other ground whatsoever, disharmony or feelings of enmity, hatred or ill-will between different religious, racial, language or regional groups or castes or communities, or

(b) Commits any act which is prejudicial to the maintenance of harmony between different religious, racial, language or regional groups or castes or communities, and which disturbs or is likely to disturb the public tranquility, 2[or]

2[(c) Organizes any exercise, movement, drill or other similar activity intending that the participants in such activity shall use or be trained to use criminal force or violence of knowing it to be likely that the participants in such activity will use or be trained to use criminal force or violence, or participates in such activity intending to use or be trained to use criminal force or violence or knowing it to be likely that the participants in such activity will use or be trained to use criminal force or violence, against any religious, racial, language or regional group or caste or community and such activity for any reason whatsoever causes or is likely to cause fear or alarm or a feeling of insecurity amongst members of such religious, racial, language or regional group or caste or community,]

Shall be punished with imprisonment which may extend to three years, or with fine, or with both.

Offence committed in place of worship, etc.— (2) Whoever commits an offence specified in sub-section (1) in any place of worship or in any assembly engaged in the performance of religious worship or religious ceremonies, shall be punished with imprisonment which may extend to five years and shall also be liable to fine.]

CLASSIFICATION OF OFFENCE
Para I

Punishment—Imprisonment for 3 years, or fine, or both—Cognizable—Non-bailable—Triable by any Magistrate of the first class—Non-compoundable.

Para II

Punishment—Imprisonment for 5 years and fine—Cognizable—Non-bailable—Triable by Magistrate of the first class—Non-compoundable.

पुरुष होने पर क्यों शर्मिंदा होऊं?

मै उन पुरुषों की हाँ में हाँ नहीं मिला सकता जो कह रहे हैं हमें शर्म आती है पुरुष होने पर, मुझे कोई शर्म नहीं है, मेरे पुरुष होने पर मुझे शर्म इस लिए नहीं है क्यूँ की मैंने कभी किसी लड़की को छेड़ने की कोशिश नहीं करी, कभी किसी लड़की को देख कर सीटी नहीं मारी, कभी किसी लड़की का अपमान करने की कोशिश नहीं करी जहाँ किसी को भी मदद की जरूरत हुई वहां मदद करी है चाहे लड़की हो या बुजुर्ग या कोई मेरे जैसा ही पुरुष फिर क्यूँ मै शर्मिंदा मानू खुद को सिर्फ इस लिए क्यों की कुछ पुरुष ऐसे काम के हिस्सेदार रहे जो शर्मनाक है|
कुंदन
लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं

मै खुद को दूध का धुला नहीं कहता, मैंने भी सड़क पर जाती सुंदर लड़कियों को देख कर अपने दोस्तों से कहा है देख कितनी क्यूट है, सुंदर है, ग्रेसफुल है या फिर हॉट है| क्या मै खुद को इस बात के लिए शर्मिंदा मानू? आप को लगता है ये गलत है तो आप खुद को शर्मिंदा मानिए मै नहीं मान सकता क्यूँ की इसमें मैंने सिर्फ अपने दोस्तों से किसी सडक पर चल रही लड़की के बारे में वही बात कही जो उस वक्त लगी और उसी वक्त भूल गए |

मै ये भी नहीं कहता की मै किसी ऐसे सम्बन्ध में नहीं रहा जो सामाजिक मूल्यों के हिसाब से नैतिक ही कहलाते हो पर लेकिन जब तक किसी भी सम्बन्ध में दोनों पक्षों के बीच कोई असहमति नहीं है दुनिया के कहने सुनने की नैतिकता का ज्यादा मूल्य नहीं रह जाता तो क्या मै इस बात के लिए खुद को शर्मिंदा मानूं |
हाँ मै पुरुष हूँ पर मै शर्मिंदा नहीं हूँ क्यूँ की मैंने कोई भी ऐसा कम नहीं किया जिसे मै मेरी बेटी या माँ के सामने स्वीकार ना कर सकूं | 


तो जो पुरुष अपने पुरुष होने पर शर्मिंदा है उनके पास दूसरा रास्ता है और मै जो हूँ वही रहूँगा आगे भी जब देखूँगा किसी को भी मेरी मदद की जरूरत है चाहे वो कोई बुजुर्ग हो या कोई लड़की या फिर मेरी ही तरह पुरुष पूरे सम्मान से उसकी मदद करूंगा और हमेशा खुद को आईने में देखने की हिम्मत आँखों में रखूंगा |


(नोट: लेख में पूर्णतया लेखक के अपने निजी विचार हैं)

सहारा समयलाइव: यह जल्दबाज़ी है या कुछ और?

यह जल्दबाज़ी है या कुछ और?
इंग्लैंड ने मेहनत कर सीरीज जीती, और समय लाइव ने जितवा दिया ऑस्ट्रेलिया को ... वैसे पूरे स्टोरी में इंग्लैंड ही जीती है.. हेडलाइन छोड़कर..!आप भी देखिए... —
वैसे मैच की समाप्ति तक यह खबर अपडेटेड भी नहीं है! 



यह गलती नागपुर टेस्ट के ड्रा होने के बाद समयलाइव टीम की तरफ से हुई और उसी समय पकड़ी भी गई.. अबतक यह सिर्फ फेसबुक पर ही था, लेकिन समय मिलने के बाद अब विधिवत ब्लॉग पर प्रकाशित किया जा रहा है.. 

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