झूठी शान के
नाम...फिर से एक चिता जली है... फिर से एक जान की बली चढ़ी है... मामला मुजफ्फरनगर
से है.. जहां झूठी शान की खातिर एक भाई ने अपनी ही बहन का कत्ल कर उसकी चिता घर की
छत पे ही जला दी...महापाप की ये कहानी फुगाना थाना इलाके के लोई गांव की है...
जहां एक नन्ही सी जान की बलि ले ली गई.. झूठी शान के नाम पे... भाई के इस कुकृत्य
में घरवालों ने भी पूरा साथ दिया... और नतीजा देखिए.... चादर में लिपटी उस बच्ची
की लाश पड़ी है.... और छत पर बच्ची की अधजली चिता...
प्रेम और सम्मान के नाम पर हुई ...इस बीभत्स हत्या की कहानी सिर्फ हम नहीं कह रहे... बल्कि ये कहानी बच्चे –बच्चे को पता चल गई है.. कि यहां प्रेम का नाम लेना भी अपराध है... जिसका अंजाम जिंदगी का खात्मा ही है... झूठी शान के लिए घर की बिटिया की हत्या की कहानी सुनिए.. खुद ग्राम प्रधान की जुबां से..इन्ही ग्राम प्रधान ने ही पुलिस को घटना की सूचना दी थी...
(बिटिया को मारने
की खबर जैसे ही मुझे मिली.. वैसे ही मैंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के पहुंचते
ही हत्यारा परिवार भाग खड़ा हुआ-
मेहरबान, ग्राम प्रधान, लोई)
मासूम को किस बेरहमी
से मारा गया है.. उसकी बानगी ये तस्वीरें बयां कर रही है... देखिए... इस कमरे में
हर तरफ खून ही खून है... वही खून..जो कातिलों की नसों में भी दौड़ता है... इस
हत्या के बाद से पूरा समाज हत्यारों को थू थू कर रहा है...
ग्राम प्रधान के
सूचना देने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे तैसे चिता पर पानी डाल कर बच्ची
के बचे-खुचे शव को बचाया...और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया... जो अब कातिलों को
उनके ठिकाने तक पहुंचाने के लिए एक हथियार का काम करेगी...
ये मामला उस पूरे
समाज के मुंह पर करारा तमाचा है.. जो कहता है कि वो आधुनिक है.. ये मामला उस समाज
के लिए कलंक की तरह है... जो बेटा-बेटी एक समान ने नारे लगाते नहीं थकता... अब
सोचना हमें है... कि आखिर कबतक हम झूठी शान की खातिर अपने ही जिगर के टुकड़ों की
बलि देते रहेंगे
श्रवण शुक्ल