श्रवण शुक्ल: बस जो दिल को छू जाए...
लाइफ है बॉस..झटके खाने के लिए..
तुम्हारी गली, तुम्हारा दर्द पुकारता रहा
मगर क्या करूं? मुझसे ही आया न गया
एक गम जो मैंने दिया था तुम्हे
मुझसे भुलाया न गया
उस रोज मैं यहां से गया था, यह सोचकर, कि
लौट आऊंगा
एक वादा जो किया था तुमसे, वो निभा जाऊंगा
मगर शायद उस वक्त ज़िन्दगी को यह मंजूर नहीं था
वरना मैं इस कदर भी मजबूर नहीं था
अभी भी वक्त है .. हां वक्त है अभी
लेकिन यह वादा है खुद दे
कि एक दिन तुम्हारे सामने आऊंगा
तुमने जो किया था, वह हर शिकवा मिटा
जाऊंगा
यकीन दिला दूंगा कि मैं बुरा था, मगर इतना
भी नहीं
वरना तुम्हारा हर इलज़ाम अपने सर उठा लूंगा
जो कर पाया अगर इतना भी नहीं
तेरे बिन, तेरे बिन डर सहा
लम्हा –लम्हा कैसे कटा
साथ चले पर राह में पिछड़े
मैं कहा तू कहा आ आ आ आ
तेरे बिन तेरे बिना तेरे लिए
तेरे बिन तेरे बिन ऐसे जिए
गम और ख़ुशी, लेके कभी
जी लिए, मर लिए
देरे न, देरे न देरे न....
Roman hindi.. I just luv this track
Yaado me Kitni dafa
Tumhari Gali Tumhara Dard Pukarta Raha
Magar Kya karoo Mujhse hi aaya na gaya
Ek gum jo maine diya tha tumhe
Mujhse bhulaya na gaya
Us roz main yaha se gaya tha ye sochkar ki laut aaunga
Ek wada jo kiya tha tumse wo nibha jaunga
Magar shayad us waqt zindagi ko ye manzoor nahi tha
Warna main is kadar bhi majboor nahi tha
Abhi bhi waqt hai... haa waqt hai abhi
Lekin ye wada hai khud se
Ki ek din tumhare saamne aaunga
Tumne jo kiya tha wo her shikwa mita jaaunga
Yakeen dila dunga ki main bura tha magar itna bhi nahi
Warna tumhara her ilzaam apne sir utha lunga
Jo kar paya aagar itna bhi nahi.
Tere Bin tere bin dard saha
Lamha lamha kaise kata
Saath chale per raah me bichre
Main kaha tu kaha aa aa aaa
Tere bin tere bin tere liye
Tere bin tere bin aise jiye
Gum or khushi leke kabhi
Ji liye mar liye
Dere na dere naa aa
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