जामिया के सराय जुलेना चौक पर हिन्दू संघर्ष समिति का शहीद मोहन चंद शर्मा को श्रद्धांजलि, सराय जुलेना चौक का नाम मोहन चंद शर्मा चौक किया, पुलिस ने गिरफ्तार किया.
इस विरोध प्रदर्शन में हिन्दू संघर्ष असमिति के अध्यक्ष अरुण विक्रमादित्य, भगत सिंह क्रांति सेना के तजिंदर पाल सिंह बग्गा, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मनोज चौधरी, युवा सेवा समिति के विजय शर्मा, शिव सेना के विष्णु गुप्ता, लवी भरद्वाज, छात्र नेता उत्कर्ष चौधरी, स्वतंत्रदीप कौशिक आदि लोग अपने साथियों के साथ उपस्थित थे.
हिन्दू संघर्ष असमिति के अध्यक्ष अरुण विक्रमादित्य के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध दर्ज कराया. अरुण विक्रमादित्य ने संबोधित करते हुए कहा कि - ये दुःख की बात है कि एक जाबांज अधिकारी जो देश के लिए अपनी क़ुरबानी देता है, उसकी क़ुरबानी पर राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही हैं.
मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते ही शहीद मोहन चंद शर्मा की क़ुरबानी को व्यर्थ बताया जा रहा है जबकि आतंकियों को गले लगाया जाता है. बटला हाउस चौक को अब वहां के लोग एनकाउन्टर में मरे गए आतंकवादी के नाम पर शहजाद चौक बुलाने लगे हैं. ये शर्म की बात है."सारे घटनाक्रम से कार्यकर्ताओं में भारी रोष है और वो चाहते हैं कि इस चौक का नाम शहीद मोहन चंद शर्मा चौक किया जाये. - Press Release
नई दिल्ली. आज हिन्दू संघर्ष समिति के नेतृत्व में बड़ी संख्या में युवाओं ने सराय जुलेना चौक पर बटला हाउस एनकाउंटर में शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही सराय जुलेना चौक का नाम बदलकर शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा चौक कर दिया. जबर्दश्त प्रदर्शन और आतंकवाद के खिलाफ मार्च के बाद सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. हालाँकि बाद में पुलिस ने उस नाम को मिटाकर उसे दोबारा सराय जुलेना चौक कर दिया जिससे कार्यकर्ताओं में काफ़ी रोष व्याप्त हो गया. इसके बाद सभी लोग विरोध करने लग गए और वहीँ पर धरने पर बैठ गए. काफी विरोध के बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया और न्यू फ्रेंड्स कालोनी लेकर गए.
इस विरोध प्रदर्शन में हिन्दू संघर्ष असमिति के अध्यक्ष अरुण विक्रमादित्य, भगत सिंह क्रांति सेना के तजिंदर पाल सिंह बग्गा, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मनोज चौधरी, युवा सेवा समिति के विजय शर्मा, शिव सेना के विष्णु गुप्ता, लवी भरद्वाज, छात्र नेता उत्कर्ष चौधरी, स्वतंत्रदीप कौशिक आदि लोग अपने साथियों के साथ उपस्थित थे.
हिन्दू संघर्ष असमिति के अध्यक्ष अरुण विक्रमादित्य के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध दर्ज कराया. अरुण विक्रमादित्य ने संबोधित करते हुए कहा कि - ये दुःख की बात है कि एक जाबांज अधिकारी जो देश के लिए अपनी क़ुरबानी देता है, उसकी क़ुरबानी पर राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही हैं.
मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते ही शहीद मोहन चंद शर्मा की क़ुरबानी को व्यर्थ बताया जा रहा है जबकि आतंकियों को गले लगाया जाता है. बटला हाउस चौक को अब वहां के लोग एनकाउन्टर में मरे गए आतंकवादी के नाम पर शहजाद चौक बुलाने लगे हैं. ये शर्म की बात है."सारे घटनाक्रम से कार्यकर्ताओं में भारी रोष है और वो चाहते हैं कि इस चौक का नाम शहीद मोहन चंद शर्मा चौक किया जाये. - Press Release