यहां की सरकार एकदम निकम्मी है ... लोकपाल बिल पर इतना हंगामा हो रहा है, बातचीत टूट चुकी है. 16 अगस्त से अन्ना हजारे फिर से आमरण अनशन पर बैठ चुके हैं .. यहां आज़ादी की दूसरी लड़ाई अब शुरू हो चुकी है जो भ्रष्टाचार को लेकर है, अन्ना ने जेल जाने से पहले पूरे भारत में सन्देश प्रसारित करवा दिया, लोग सबकुछ छोड़कर उनके साथ आ रहे हैं. उनके हिरासत में होने के कुछ ही देर में उनके क्रांति का नारा लिए वीडियो पूरी दुनिया में छा चुका है सम्पूर्ण विश्व में विरोध-प्रदर्शन शुरु हो चुके हैं, जय-प्रकाश नारायण(जेपी) जो काम अधूरा छोड़ गए थे ... लगभग उसी उम्र में अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार खत्म करने का बीड़ा उठाया है .. जेपी ने सम्पूर्ण क्रांति का नारा दिया था.. जिसमे बच्चे-बड़े , बूढ़े सभी लोगो ने साथ दिया था जिसका नतीजा यह निकला कि देश में आपातकाल लागू हो गया . जिसकी वजह से इंदिरा-गाँधी और कांग्रेस को अपना सबकुछ खोना पद, जेपी के अस्वस्थ होने की वजह से वह आन्दोलन अधूरा रह गया जिसका फायदा उनके कुछ राजनीतिक चेलो ने उठाया.. भ्रष्टाचार खत्म होने की जगह उनके शिष्यों के भ्रष्टाचार की नई उचाईयों को छुआ, उनके राजनीतिक शिष्यों ने देश भ्रस्ताचार जी नई परिभाषा गढ़ी...लेकिन अन्ना के साथ जो फ़ौज कड़ी है वो राजनैतिक नहीं बल्कि सामाजिक है.. यहां अरविंद केजरीवाल, किरण वेदी, प्रशांत भूषण जैसे पूर्ण समर्पित योद्धा हैं जो एक मजबूत लोकपाल को लाने के लिए हमारे बीच हैं.
पिछली बार आपसी फूट से आन्दोलन सफल होकर भी विफल हो गया. लेकिन इस बार ऐसा होने के आसार नहीं नजर आते. यहां एक अन्ना लड़ाई में नहीं . यहां पूरा देश आज अन्ना-मय हो गया है. आंकड़े भी बताते हैं कि देश में जागरूकता आई है ..
जेपी आन्दोलन में सत्ता परिवर्तन लक्ष्य था क्योकि महंगाई से त्रस्त जनता बदलाव की मांग कर रही थी इस बार ऐसे लोकपाल के लिए जंग है जो तमान भ्रस्ताचार को जद से खतम कर दे... जिसके अंदर सभी चीजें आ सके. ताकि भ्रस्ताचार पर मजबूती से रोक लगाया जा सके..
अन्ना जी ने विश्व स्तर पर अपनी आवाज़ बुलन्द करते हुए कहा है कि विश्व के संकट को मद्देनज़र रखते हुए भारत को भ्रस्टाचार मुझे आज़ादी प्राप्त होना अति आवश्यक है। जब तक हम भ्रस्टाचार मुक्त न होंगे, हमारा स्वतंत्र अस्तित्व क़ायम न होगा और हम विकास के पथ पर अग्रसर न हो सकेंगे।
दिनकर जी ने लोकनायक जेपी के विषय में लिखा है–
है जय प्रकाश वह नाम
जिसे इतिहास आदर देता है।
बढ़कर जिसके पद चिन्हों की
उन पर अंकित कर देता है।
कहते हैं जो यह प्रकाश को,
नहीं मरण से जो डरता है।
ज्वाला को बुझते देख
कुंड में कूद स्वयं जो पड़ता है।।
अन्ना जी से प्रेरित हो मेरे परम मित्र अम्बिकाप्रसाद दुबे जी ने लिखा है जो युवाओ के लिए है :
हमने भी अब ये ठाना है
देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है
हमने आगे बढाएं है कदम
हम अब पीछे नहीं हटाएंगे
हम देश के युवा ये कसम खाते हैं
हम एक अच्छा भारत बनाएंगे
हम जियेंगे शान से
हमारे सपनों के सच्चे भारत मे
नहीं तो इन्कलाब के तूफ़ान मे
खुद को कुर्बान करते हुए मिट जायेंगे
पर ये तय है हम अब
एक अच्छा भारत बनाएंगे
भारत के लोकतंत्र का जब कत्ल हो रहा था तब पुराने स्वतंत्रता सेनानी जय प्रकाश नारायण ने एक बार फिर से आजदी बरकरार रखने के लिए युवाओ को साथ लेकर नवनिर्माण आन्दोलन शुरू किया । उस समय एक तानाशाह इंदिरा गाँधी जो मीसा को हथियार बना कर जुल्म कर रही थी उनके खिलाफ एक बुडी आवाज़ ने सारे हिंदुस्तान में जोश भर दिया । आज वही हाल इस कांग्रेस सरकार का है. सरकार ने धारा १४४ के साथ निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही अन्ना हजारे जी को गिरफ्तार करके ले गई.
इंदिरा इज इंडिया ,इंडिया इज इंदिरा कहने वाले भी उस लोक नायक की एक ऐसी क्रांति की उम्मीद नहीं कर रहे थे । मनमोहन सिंह की यह सरकार सोनिया के कदमो को चूमते हुए चल रही है इसीलिए आज का नया बन गया है
इंडिया अगेंस्ट करप्सन V/S कांग्रेस विथ करप्सन
लोकनायक ने एक नयी आज़ादी की लडाई लड़ी,और जीती, लोकनायक के चेलो ने उन्हें जिन्दा पर ही भुला दिया । और उनके जिन्दा रहते हुए संसद में शोक सन्देश प्रसारित कर दिया । और आज लोक नायक के द्वारा निर्मित नेता केंद्र सरकार में मंत्री है ,राज्य के मुख्य मंत्री है फिर भी वह उन्हें याद नहीं करते और जनता उसकी तो यादाश्त बहुत कमजोर होती है , गाँधी के बाद जय प्रकाश नारायण ने ही भारत को बचाया । और आज वही करने के अन्ना हजारे जी हम सबके साथ हैं..
क्रान्ति का आह्वान
जेपी ने सम्पूर्ण क्रांति का नारा दिया था और अन्ना जी ने जेल जाने से पहले हुए अपने वीडियो सूट में कहा है कि हमारा आन्दोलन कमजोर नहीं पड़ने दिया जाएगा.. आप सब अपने कार्यालयों से छुट्टियाँ लेकर आन्दोलन में आये. आपका नेतृत्व करके के लिए योग्य लोग हैं.. मै जेल में रहकर अनशन करूँगा.
आगे के अपडेट्स आते रहेंगे बाकी कमेंट्स के माध्यम से